आईडब्ल्यूसी पंचकुला ने स्तनपान जागरूकता सप्ताह के अवसर पर हरिपुर गांव और आसपास के क्षेत्रों से 60 स्तनपान कराने वाली माताओं के लिए एक जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य माताओं को स्तनपान के महत्व और इसके सही तरीकों के बारे में जानकारी देना था।
कार्यक्रम के दौरान, सभी उपस्थित माताओं को पौष्टिक चना चाट तैयार करने की विधि भी सिखाई गई। यह पहल माताओं को संतुलित आहार के महत्व को समझाने के लिए की गई थी, ताकि वे अपने और अपने बच्चों के स्वास्थ्य का ध्यान रख सकें।
इस कार्यक्रम में गर्भावस्था के पहले और बाद की महिलाओं ने भी भाग लिया। नवजात शिशुओं को लेकर सभी महिलाएं समय पर पहुंचीं और स्तनपान के महत्व और इसके सही तरीकों पर दी गई जानकारी को ध्यान से सुना।
कार्यक्रम में इंदिरा आईवीएफ सेंटर की डॉ. भावना ने स्तनपान पर एक महत्वपूर्ण व्याख्यान दिया। उन्होंने महिलाओं को स्तनपान के सही तरीकों, इसके स्वास्थ्य लाभों और इससे जुड़ी गलतफहमियों के बारे में विस्तार से बताया। डॉ. भावना ने माताओं को अपने शिशुओं के पोषण के लिए स्तनपान की आवश्यकताओं और इसके सकारात्मक प्रभावों के बारे में जागरूक किया।
इस कार्यक्रम के माध्यम से आईडब्ल्यूसी पंचकुला ने न केवल स्तनपान के महत्व को समझाया, बल्कि माताओं को अपने शिशुओं के स्वास्थ्य के प्रति जागरूक रहने के लिए प्रेरित किया। इस तरह के कार्यक्रमों से समाज में स्वास्थ्य और पोषण के प्रति जागरूकता बढ़ती है, जिससे आने वाली पीढ़ियां भी स्वस्थ रह सकें।
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