प्रोग्रेसिव फ्रंट पंजाब की प्रेस कॉन्फ़्रेंस 2025

Progressive front punjab press conference 2025

प्रोग्रेसिव फ्रंट पंजाब की प्रेस कॉन्फ़्रेंस 2025

प्रोग्रेसिव फ्रंट पंजाब ने 2025 में चंडीगढ़ में एक अहम प्रेस कॉन्फ़्रेंस का आयोजन किया, जिसमें राज्य की वर्तमान राजनीतिक स्थिति, आम जनता की समस्याएं और संगठन की आगामी रणनीतियों पर विस्तार से चर्चा की गई। फ्रंट के नेताओं ने स्पष्ट तौर पर कहा कि मौजूदा सरकार हर मोर्चे पर विफल रही है और जनता आज भी बुनियादी सुविधाओं के लिए संघर्ष कर रही है। प्रेस कॉन्फ़्रेंस में बड़ी संख्या में पत्रकार, सामाजिक कार्यकर्ता और समर्थक मौजूद रहे।

फ्रंट ने आरोप लगाया कि सरकार ने किसानों, युवाओं और कर्मचारियों से किए गए वादों को निभाया नहीं है। किसानों को आज भी फसलों का उचित मूल्य नहीं मिल रहा, बेरोजगारी बढ़ रही है और युवाओं को अपने ही राज्य में अवसरों के लिए दर-दर भटकना पड़ रहा है। शिक्षा और स्वास्थ्य जैसे ज़रूरी क्षेत्रों की स्थिति लगातार खराब हो रही है। सरकारी स्कूलों और अस्पतालों की हालत जर्जर है, लेकिन सरकार केवल विज्ञापन और इवेंट की राजनीति में व्यस्त है।

फ्रंट के नेताओं ने यह भी कहा कि अब वक्त आ गया है कि जनता को एक सशक्त और जनपक्षीय विकल्प मिले। उन्होंने ऐलान किया कि प्रोग्रेसिव फ्रंट पंजाब पूरे राज्य में जनसंवाद अभियान चलाएगा, जिसमें गाँव-गाँव जाकर लोगों की समस्याएं सुनी जाएंगी और उनका दस्तावेजीकरण किया जाएगा। यह संवाद अभियान न सिर्फ जनता की आवाज़ को सामने लाएगा, बल्कि नीतियों को जनता के सुझावों के आधार पर तैयार करने में मदद करेगा।

प्रेस वार्ता में महिला सुरक्षा का मुद्दा भी प्रमुखता से उठाया गया। फ्रंट ने कहा कि पंजाब में महिलाओं के खिलाफ अपराध के मामले चिंताजनक रूप से बढ़ रहे हैं, लेकिन पुलिस और प्रशासन की कार्रवाई बेहद कमजोर है। महिलाओं को राजनीति, शिक्षा और नौकरियों में बराबरी का हक देने की दिशा में आज भी ठोस कदम नहीं उठाए गए हैं। प्रोग्रेसिव फ्रंट ने महिलाओं के लिए विशेष राजनीतिक प्रतिनिधित्व और सुरक्षा नीति लाने की प्रतिबद्धता जताई।

प्रेस कॉन्फ़्रेंस में मीडियाकर्मियों के सवालों का भी जवाब दिया गया। जब पूछा गया कि क्या फ्रंट आने वाले विधानसभा चुनावों में सभी सीटों पर उम्मीदवार उतारेगा, तो नेताओं ने कहा कि यह विकल्प पूरी गंभीरता से विचाराधीन है और सही समय पर इस पर घोषणा की जाएगी। संगठन का उद्देश्य सत्ता हासिल करना नहीं बल्कि सिस्टम में बदलाव लाना है।

फ्रंट के प्रवक्ताओं ने बताया कि उनका लक्ष्य केवल विरोध करना नहीं, बल्कि समाधान देना है। इसी सोच के साथ एक विस्तृत नीति दस्तावेज भी साझा किया गया, जिसमें युवाओं के लिए स्किल डेवलपमेंट योजनाएं, किसानों के लिए MSP की गारंटी, महिलाओं की सुरक्षा, बेरोजगारों को भत्ता और स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने जैसे बिंदु शामिल थे।

नेताओं ने यह भी ऐलान किया कि आने वाले महीनों में राज्य के हर ज़िले में जनसभाएं, विचार गोष्ठियां और छात्र संवाद आयोजित किए जाएंगे। इन कार्यक्रमों के माध्यम से आम लोगों से राय ली जाएगी और उसे पार्टी की घोषणाओं और रोडमैप का हिस्सा बनाया जाएगा। संगठन ने साफ कहा कि पंजाब को अब एक ऐसे नेतृत्व की ज़रूरत है जो ज़मीन से जुड़ा हो और जिसका हर कदम लोगों की भलाई के लिए हो।

प्रेस कॉन्फ़्रेंस के अंत में फ्रंट के संयोजक ने कहा, “अब समय है कि पंजाब की राजनीति में नई सोच, नया नेतृत्व और जनहित आधारित विकल्प सामने आए। हम वादा नहीं करते, हम भागीदारी और बदलाव की बात करते हैं। हमारा मकसद सत्ता पाना नहीं, व्यवस्था बदलना है।” उनका यह संदेश उपस्थित लोगों में जोश भर गया।

प्रोग्रेसिव फ्रंट पंजाब की यह प्रेस कॉन्फ़्रेंस राज्य की राजनीतिक फिज़ा में एक नई हलचल लेकर आई है। जहां अन्य दलों में भीतरू राजनीति और आरोप-प्रत्यारोप चल रहे हैं, वहीं फ्रंट ने मुद्दों की राजनीति को केंद्र में रखकर एक वैकल्पिक जनांदोलन की शुरुआत की है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि जनता इस नई पहल को किस रूप में स्वीकार करती है।