डॉ. साज़ीना ख़ान को दुबई में ग्लोबल लिटरेरी लीजेंड अवार्ड से नवाज़ा गया

Dr. Saazeena Khan Wins Global Literary Legend Award

डॉ. साज़ीना ख़ान को दुबई में ग्लोबल लिटरेरी लीजेंड अवार्ड से साहित्यिक उत्कृष्टता हेतु सम्मानित किया गया।

चंडीगढ़, 9 जुलाई 2025 — शहर की प्रसिद्ध लेखिका, शिक्षिका और मोटिवेशनल वक्ता डॉ. साज़ीना ख़ान को दुबई में आयोजित ग्लोबल बिज़नेस लीडर्स समिट एंड इन्फ्लुएंसर्स अवार्ड्स 2025 में ग्लोबल लिटरेरी लीजेंड अवार्ड से सम्मानित किया गया। यह अंतरराष्ट्रीय मंच दुनिया भर के दूरदर्शी नेताओं, विचारशील बदलावकर्ताओं और रचनात्मक हस्तियों को समर्पित था, जिसमें विविध क्षेत्रों में उत्कृष्ट योगदान को सराहा गया।

डॉ. साज़ीना ख़ान को यह सम्मान याकूब अल अली और डॉ. ओमर मोहम्मद जुबैर मोहम्मद अलमर्ज़ू जैसे अंतरराष्ट्रीय ख्यातिप्राप्त अतिथियों के कर-कमलों से प्रदान किया गया। यह क्षण न केवल व्यक्तिगत उपलब्धि था, बल्कि साहित्य और शब्दों की शक्ति का एक वैश्विक स्वीकार भी था।

सम्मान प्राप्त करते हुए डॉ. ख़ान ने कहा, “यह पुरस्कार उन सभी एकांत क्षणों का मौन सत्यापन है, जब मैंने शब्दों के साथ संवाद किया। यह इस बात का प्रमाण है कि साहित्य सीमाओं और भाषाओं से परे जाकर दिलों से जुड़ता है।”

उन्होंने सम्मेलन में “ग्रोथ माइंडसेट” पर एक प्रेरणादायक कीनोट भाषण भी दिया, जिसमें उन्होंने अपनी हाल की उपलब्धियों और दृष्टिकोण को साझा किया। डॉ. ख़ान ने सातवीं पुस्तक के संपादन, अंतरराष्ट्रीय मंचों पर सक्रिय सहभागिता और लगातार प्राप्त हो रहे सम्मानों को अपनी यात्रा का अभिन्न हिस्सा बताया।

अपने भाषण में उन्होंने इस बात पर विशेष बल दिया कि सफलता का मतलब संघर्षों की अनुपस्थिति नहीं, बल्कि उनके बीच अपनी सच्ची आवाज़ को बनाए रखना है। उन्होंने कहा, “अराजकता के बीच अगर आप शांति से अपने उद्देश्य को निभा पा रहे हैं, तो वही असली सफलता है।”

डॉ. साज़ीना ख़ान साहित्य के माध्यम से महिलाओं के सशक्तिकरण की प्रबल समर्थक हैं। उनका मानना है कि “साहित्य केवल आईना नहीं होता, वह दिशा भी देता है।” उनका लेखन इस उद्देश्य के साथ जुड़ा हुआ है कि महिलाएं केवल पात्र नहीं, बल्कि अपनी कहानी की रचनाकार भी बनें।

उनकी बेस्टसेलिंग कृतियाँ The Chamber of Expressions और To Whispers That Roars दुनियाभर के पाठकों से गहरा जुड़ाव रखती हैं। इनमें भावनात्मक गहराई, सामाजिक चेतना और मानवीय संवेदनाएं स्पष्ट रूप से उभरती हैं।

डॉ. ख़ान ने एक भावुक अनुभव साझा किया कि कैसे एक पाठिका ने उन्हें पत्र लिखकर बताया कि उनकी कविता ने उसे अपने बच्चे को खोने के शोक से उबरने में मदद की। यह क्षण उनके लिए लेखन की दिशा बदलने वाला साबित हुआ—व्यक्तिगत अभिव्यक्ति से सामाजिक प्रभाव तक।

इस समय डॉ. साज़ीना ख़ान अपनी सातवीं पुस्तक को अंतिम रूप देने में व्यस्त हैं। साथ ही, वे यूएई बुक फोरम के अंतर्गत कम प्रतिनिधित्व वाले लेखकों का मार्गदर्शन कर रही हैं, जिससे वे नई आवाज़ों को मंच दिला सकें।

वे आगामी Miss, Mr. & Universe Queen 2025 (13 जुलाई) और Message India Middle East जैसी अंतरराष्ट्रीय सौंदर्य प्रतियोगिताओं में जूरी सदस्य और ग्रूमिंग कोच के रूप में भी अपनी भूमिका निभा रही हैं। अपने समापन संदेश में उन्होंने कहा, “यह पुरस्कार केवल मेरा नहीं है, यह हर उस आवाज़ का है जो कभी कांपी थी, पर बोलने का साहस रखती है।”

यदि आप चाहें, तो मैं इस लेख को प्रेस रिलीज़, ब्लॉग या सोशल मीडिया पोस्ट के रूप में भी रूपांतरित कर सकता हूँ।