चंडीगढ़ में धार्मिक स्थलों के संचालक लगातार बढ़ते बिजली बिलों से परेशान थे। मंदिरों और अन्य धार्मिक संस्थाओं के लिए बिजली का खर्चा उठाना आसान नहीं था, क्योंकि वे मुख्यतः श्रद्धालुओं के दान पर निर्भर रहते थे।
श्री सनातन धर्म मंदिर सभा, सेक्टर 27 के अध्यक्ष हरभूषण गुलाटी ने एक प्रेस वार्ता में यह मुद्दा उठाया था। उन्होंने स्पष्ट किया था कि धार्मिक स्थलों को सौर ऊर्जा से जोड़ना आवश्यक है, लेकिन इसके लिए सरकारी सब्सिडी का प्रावधान होना चाहिए।
गुलाटी ने यह भी कहा था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सौर ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिए लगातार प्रयासरत थे। चंडीगढ़ प्रशासन का भी लक्ष्य शहर को अक्षय ऊर्जा के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाना था, लेकिन धार्मिक संस्थाओं को इसमें शामिल किए बिना यह संभव नहीं था।
उन्होंने आगे बताया था कि वे जल्द ही शहर के सभी धार्मिक स्थलों के प्रतिनिधियों और हिंदू पर्व महासभा से संपर्क करेंगे। इसके बाद वे प्रशासक से मिलकर औपचारिक रूप से सब्सिडी की मांग रखेंगे।

इस अवसर पर चंडीगढ़ व्यापार मंडल के अध्यक्ष संजीव चड्ढा और हिमाचल महासभा के अध्यक्ष पृथी सिंह प्रजापति भी उपस्थित थे। दोनों ने इस मांग का समर्थन किया था और इसे उचित ठहराया था।
मंदिर सभा के महासचिव संजीव शर्मा ने उस दौरान संस्था द्वारा किए जा रहे सामाजिक कार्यों की जानकारी दी थी। उन्होंने बताया था कि कोरोना काल 2020 में मंदिर ने जरूरतमंदों और मजदूरों के लिए रोजाना लंगर शुरू किया था।
लगभग साढ़े पांच वर्ष बीत जाने के बाद भी यह सेवा निरंतर जारी थी। रोजाना लगभग 400 लोगों के लिए भोजन तैयार किया जाता था और मंदिर परिसर के बाहर बांटा जाता था।
संजीव शर्मा ने यह भी कहा था कि मंदिर सभा ने हाल ही में सुबह का नाश्ता भंडारा भी शुरू किया था और भविष्य में रात्रि भंडारे की योजना भी बनाई गई थी। इसके अतिरिक्त मंदिर जरूरतमंद बुजुर्गों के लिए मुफ्त टिफिन सेवा भी चला रहा था।
उन्होंने यह सेवा आगे चंडीगढ़ के और क्षेत्रों तक बढ़ाने की योजना बनाई थी। इच्छुक बुजुर्ग या असहाय दंपति दिए गए मोबाइल नंबरों पर संपर्क कर सकते थे।
सभा की महिला कीर्तन मंडली ने प्रतिवर्ष श्रावण मास से राधाष्टमी तक प्रतिदिन संकीर्तन किया था। प्रेस वार्ता में मंदिर के अन्य पदाधिकारी और सदस्य भी मौजूद रहे थे। श्री सनातन धर्म मंदिर शहर के सबसे पुराने और बड़े मंदिरों में से एक था, जिसे वर्ष 1966 में स्थापित किया गया था।
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