Cancer awareness press conference of Park Hospital

Cancer awareness press conference of Park Hospital

पार्क हॉस्पिटल की कैंसर जागरूकता प्रेस वार्ता

मोहाली स्थित पार्क हॉस्पिटल में आयोजित कैंसर जागरूकता प्रेस वार्ता में विशेषज्ञ डॉक्टरों और मीडिया प्रतिनिधियों ने भाग लिया। इस आयोजन का उद्देश्य कैंसर के बढ़ते मामलों पर चिंता जताना और आम जनता को समय पर जांच व इलाज के लिए प्रेरित करना था। अस्पताल के सभागार में आयोजित इस प्रेस वार्ता में कई जानी-मानी स्वास्थ्य विशेषज्ञों की उपस्थिति रही।

प्रेस वार्ता के दौरान चिकित्सा विशेषज्ञों ने बताया कि उत्तर भारत में विशेषकर सिर और गर्दन के कैंसर के मामलों में खासी बढ़ोतरी देखी जा रही है। लोगों में इसके प्रति जागरूकता की भारी कमी है, जिसके चलते अधिकतर मरीज तब अस्पताल पहुंचते हैं जब बीमारी तीसरे या चौथे चरण में पहुंच चुकी होती है। इससे इलाज की जटिलता और लागत दोनों बढ़ जाती है।

विशेषज्ञों ने इस बात पर बल दिया कि कैंसर के प्रारंभिक लक्षणों की अनदेखी सबसे बड़ी गलती होती है। लगातार खांसी, बिना कारण वजन घटना, आवाज में बदलाव, मुंह में छाले या गांठ बनना — ये सभी लक्षण चेतावनी संकेत हो सकते हैं। इन्हें गंभीरता से लेते हुए तुरन्त डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।

डॉक्टरों ने कैंसर की रोकथाम में जीवनशैली के बदलाव की अहम भूमिका पर प्रकाश डाला। उन्होंने धूम्रपान, शराब का सेवन, तंबाकू, और अनियमित खानपान को इसके प्रमुख कारणों में गिना। नियमित व्यायाम, संतुलित आहार और मानसिक तनाव से दूरी जैसी आदतें अपनाकर कैंसर के खतरे को काफी हद तक कम किया जा सकता है।

प्रेस वार्ता में यह भी बताया गया कि महिलाओं में स्तन और गर्भाशय ग्रीवा (सर्वाइकल) कैंसर के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। खासतौर पर ग्रामीण क्षेत्रों में जानकारी की कमी के कारण समय पर जांच नहीं हो पाती। डॉक्टरों ने यह सुझाव दिया कि प्रत्येक महिला को 30 वर्ष की उम्र के बाद नियमित जांच जरूर करानी चाहिए।

पार्क हॉस्पिटल ने एक नई पहल की घोषणा करते हुए कहा कि अगले महीने से शहर के विभिन्न हिस्सों में मुफ्त कैंसर स्क्रीनिंग कैंप आयोजित किए जाएंगे। इन कैंपों का उद्देश्य आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग को निशुल्क जांच सुविधा प्रदान करना है। इसके ज़रिए लोगों को बीमारी के बारे में जागरूक करना और इलाज के लिए मार्गदर्शन देना संभव होगा।

समाज में कैंसर को लेकर व्याप्त कई भ्रांतियों का खंडन करते हुए डॉक्टरों ने स्पष्ट किया कि यह कोई संक्रामक रोग नहीं है और ना ही यह लाइलाज है। समय रहते इसकी पहचान और उचित इलाज से मरीज पूरी तरह स्वस्थ हो सकता है। इसके लिए जरूरी है कि लोग डरने के बजाय जानकारी लें और डॉक्टर से संपर्क करें।

प्रेस वार्ता में मीडिया की भूमिका को भी सराहा गया। अस्पताल प्रशासन ने कहा कि मीडिया कैंसर के प्रति जागरूकता फैलाने में एक महत्वपूर्ण कड़ी है। मीडिया के ज़रिए जानकारी समाज के हर तबके तक पहुंचती है, जिससे लोगों को समय पर जांच और इलाज के लिए प्रेरणा मिलती है।

अस्पताल की ओर से हेल्पलाइन नंबर और वेबसाइट की भी घोषणा की गई, जिसके माध्यम से लोग डॉक्टरों से सलाह ले सकते हैं, अपॉइंटमेंट बुक कर सकते हैं और आवश्यक जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। आने वाले समय में टोल-फ्री कैंसर परामर्श सेवा भी शुरू की जाएगी ताकि किसी को जानकारी के अभाव में परेशानी न हो।

अंत में अस्पताल के निदेशक ने कहा कि कैंसर से डरने की नहीं, जागरूक होने की जरूरत है। सही समय पर उठाया गया कदम, जान बचा सकता है। उन्होंने सभी से अपील की कि अपने और अपने परिवार की सेहत को प्राथमिकता दें और समय-समय पर जांच करवाएं।