धर्मशाला में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान क्रैक एकेडमी ने काँगड़ा ज़िले में अपने नए केंद्रों और साझेदारी के अवसरों की औपचारिक घोषणा की। इस अवसर पर एकेडमी के संस्थापक और सीईओ नीरज कंसल ने कहा कि शिक्षा का अधिकार हर छात्र का है, चाहे वह किसी भी शहर या कस्बे में रहता हो। इसी सोच को आगे बढ़ाते हुए क्रैक एकेडमी ने टियर-2 और टियर-3 शहरों में शिक्षा को सुलभ और गुणवत्तापूर्ण बनाने की दिशा में कदम बढ़ाया है।
काँगड़ा ज़िले के ज्वालामुखी, इंदौरा, जयसिंहपुर, जसवां और परागपुर जैसे कस्बों में नए सेंटर खोलने के साथ-साथ फ्रेंचाइज़ी और साझेदारी के अवसर भी शुरू किए गए हैं। इससे न केवल छात्रों को बेहतर शिक्षा मिलेगी, बल्कि स्थानीय स्तर पर युवाओं और उद्यमियों के लिए नए अवसर भी पैदा होंगे।
सीईओ नीरज कंसल ने बताया कि हिमाचल प्रदेश के अन्य जिलों में पहले से शुरू किए गए क्रैक एकेडमी के सेंटरों को छात्रों से शानदार प्रतिक्रिया मिल रही है। बच्चों का यह विश्वास और उत्साह एकेडमी को और बेहतर काम करने की प्रेरणा दे रहा है। उनका मानना है कि जब छोटे शहरों के बच्चों को सही दिशा और संसाधन मिलते हैं, तो वे किसी भी बड़े शहर के छात्र से कम नहीं होते।
क्रैक एकेडमी के को-फाउंडर आशीष मित्तल ने बताया कि यह पहल सिर्फ एक शैक्षणिक विस्तार नहीं है, बल्कि यह एक सामाजिक अभियान है जो शिक्षा के माध्यम से परिवर्तन लाने की दिशा में काम कर रहा है। उन्होंने कहा कि साझेदारी मॉडल के ज़रिए स्थानीय उद्यमी भी इस मिशन से जुड़ सकते हैं और अपने क्षेत्र में शिक्षा की गुणवत्ता को ऊंचा उठा सकते हैं।
क्रैक एकेडमी छात्रों को विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए विशेषज्ञ फैकल्टी, पर्सनल मेंटरशिप और टेक-ड्रिवन लर्निंग सॉल्यूशंस उपलब्ध कराती है। इसका उद्देश्य छात्रों को ऐसी शिक्षा प्रदान करना है जो न केवल उन्हें परीक्षा में सफल बनाए, बल्कि उन्हें जीवन में आत्मनिर्भर भी करे।
हिमाचल के ग्रामीण और पहाड़ी इलाकों में शिक्षा से जुड़ी चुनौतियों को ध्यान में रखते हुए क्रैक एकेडमी ने अपने पाठ्यक्रम और लर्निंग मॉडल को स्थानीय जरूरतों के अनुसार तैयार किया है। इसके तहत ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों माध्यमों में छात्रों को समान अवसर दिए जाते हैं।
नीरज कंसल ने कहा कि शिक्षा केवल करियर का माध्यम नहीं, बल्कि समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाने की सबसे बड़ी शक्ति है। उन्होंने यह भी जोड़ा कि क्रैक एकेडमी की टीम का हर सदस्य इसी सोच के साथ काम कर रहा है — कि कोई भी छात्र केवल संसाधनों की कमी के कारण अपने सपनों से पीछे न रह जाए।
आशीष मित्तल ने बताया कि फ्रेंचाइज़ी और साझेदारी के ज़रिए न केवल स्थानीय उद्यमियों को शिक्षा के क्षेत्र में एक सशक्त व्यापारिक अवसर मिलेगा, बल्कि इससे ग्रामीण अर्थव्यवस्था को भी मज़बूती मिलेगी। यह कदम शिक्षा और रोजगार, दोनों मोर्चों पर विकास का नया रास्ता खोलता है।
क्रैक एकेडमी ने हाल के वर्षों में अपने परिणामों और छात्रों की उपलब्धियों से शिक्षा क्षेत्र में भरोसेमंद नाम बनाया है। संस्थान का दावा है कि उसकी नई तकनीकों और मेंटरशिप प्रणाली ने हजारों छात्रों को प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता दिलाई है।
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