India’s Ancient Healing Methods Hold the Power to Eliminate Diseases from the Root – Satnam Singh Sandhu

India’s Ancient Healing Methods Hold the Power to Eliminate Diseases from the Root – Satnam Singh Sandhu

भारत की प्राचीन चिकित्सा पद्धतियाँ ही बीमारियों को जड़ से मिटाने में सक्षम – सतनाम सिंह संधू

चण्डीगढ़ में सेवा पखवाड़े के अंतर्गत आयोजित निशुल्क चिकित्सा शिविर, योग कार्यशाला, स्वच्छता अभियान और पौधारोपण कार्यक्रम में राज्यसभा सांसद सतनाम सिंह संधू ने भाग लिया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि भारत की प्राचीन चिकित्सा पद्धतियों और आयुर्वेद के तरीकों में ही बीमारियों को जड़ से समाप्त करने की अद्भुत क्षमता है।

उन्होंने कहा कि आम जनता को आयुष से जुड़ी चिकित्सा पद्धतियों के बारे में और अधिक जागरूक करने की आवश्यकता है। इसके लिए सोशल मीडिया के माध्यम से प्रचार-प्रसार का उपयोग किया जाना चाहिए, ताकि अधिक से अधिक लोग इनसे लाभान्वित हो सकें।

सांसद संधू ने सुझाव दिया कि जिन मरीजों ने आयुर्वेद, पंचकर्म और अन्य चिकित्सा पद्धतियों से लाभ पाया है, उनकी सफलता की कहानियों को जन-जन तक पहुँचाना चाहिए। ऐसा करने से लोगों का विश्वास और आकर्षण इन उपचार विधियों की ओर बढ़ेगा।

कार्यक्रम में उपस्थित जनों को संबोधित करते हुए उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने स्वास्थ्य के क्षेत्र में अनेक पहल की हैं, जिनमें आयुष्मान भारत योजना सबसे क्रांतिकारी साबित हुई है। इस योजना से आम आदमी को पाँच लाख रुपए तक का मुफ्त इलाज संभव हो पाया है।

संधू ने कहा कि भारत में जितने लोग इस योजना से लाभान्वित हुए हैं, उतनी तो कई देशों की कुल आबादी भी नहीं है। यह भारत सरकार की स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर गंभीरता और दूरदर्शिता का प्रमाण है।

इस अवसर पर सांसद संधू ने आयुष्मान आरोग्य मंदिर, सेक्टर 37 का निरीक्षण किया। उन्होंने वहाँ उपलब्ध आयुर्वेदिक, पंचकर्म और अन्य 35 प्रकार की चिकित्सा प्रणालियों से लोगों को हो रहे लाभ का प्रत्यक्ष अनुभव किया।

उन्होंने आश्वासन दिया कि एएएम, सेक्टर 37 को 20 बिस्तरों वाले नेचुरोपैथी अस्पताल के रूप में अपग्रेड करने की योजना को वे हर हाल में पूरा कराने का प्रयास करेंगे। इससे चण्डीगढ़ और आसपास के लोगों को और बेहतर चिकित्सा सुविधाएँ मिल पाएंगी।

संधू ने कहा कि आधुनिक चिकित्सा पद्धतियों के साथ-साथ भारत की पारंपरिक चिकित्सा प्रणाली को भी प्रोत्साहित करना बेहद आवश्यक है। यह न केवल शारीरिक स्वास्थ्य के लिए बल्कि मानसिक और आध्यात्मिक संतुलन के लिए भी उपयोगी है।

इस कार्यक्रम में चण्डीगढ़ के आयुष निदेशक अखिल कुमार, डॉ. एनएस भारद्वाज, डॉ. मंजूश्री, डॉ. राजीव कपिला और डॉ. आरती वर्मा सहित अनेक चिकित्सक और विशेषज्ञ मौजूद रहे। सभी ने आयुर्वेद और अन्य आयुष पद्धतियों के महत्व पर प्रकाश डाला।

कार्यक्रम में भाजपा के नेता संजय वर्मा, मनु भसीन, प्रिंस भांडूला, संजीव ग्रोवर, मुकेश शर्मा, वरिष्ठ साहित्यकार प्रेम विज और वरिष्ठ नागरिक संघ, सेक्टर 37 के अध्यक्ष देवेंद्र चौधरी भी उपस्थित रहे। उनके सहयोग से यह आयोजन और अधिक प्रभावशाली बन सका।