पंजाब में बाढ़ का पानी अब धीरे-धीरे उतर रहा है लेकिन कई गांव ऐसे हैं जहां आज भी लोग मुश्किलों का सामना कर रहे हैं। इन गांवों तक न तो पर्याप्त राशन पहुंचा है और न ही सरकारी सहायता पूरी तरह मिल पाई है।
ऐसे ही हालातों में मोहाली के पास पिंड डंगल खेड़ी के ग्रामीणों ने खुद आगे बढ़कर एक राहत क्लब बनाया है। यह क्लब बॉर्डर इलाके के गांव गट्टी नंबर 1 से शुरू किया गया है।
इस गांव में करीब 100 परिवार रहते हैं जो बाढ़ की मार से सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं। इन परिवारों को राशन और जरूरी मदद पहुंचाने की जिम्मेदारी क्लब ने अपने कंधों पर ली है।
ग्रामीणों का कहना है कि अगर वे खुद एकजुट न होते तो हालात और खराब हो सकते थे। इस क्लब ने गांव के हर घर से योगदान लिया है और राहत कार्यों को आगे बढ़ाया है।
सिर्फ ग्रामीण ही नहीं बल्कि कुछ सामाजिक संस्थाओं से भी सहायता मांगी जा रही है ताकि ज़रूरतमंद परिवारों तक जल्द से जल्द मदद पहुंच सके।
ग्रामीण युवाओं की टीम गांव-गांव जाकर प्रभावित परिवारों की सूची तैयार कर रही है ताकि किसी को भी राहत सामग्री से वंचित न रहना पड़े।
क्लब ने अब तक कई परिवारों तक राशन पहुंचाया है लेकिन अभी भी बहुत सी ज़रूरतें अधूरी हैं। इसी वजह से संस्थाओं और दानदाताओं से आगे आने की अपील की गई है।
ग्रामीणों का मानना है कि सरकार से उम्मीद रखने के बजाय खुद कदम उठाना ज्यादा कारगर है। इसलिए उन्होंने मिलजुलकर इस क्लब की नींव रखी।
गांव के बुजुर्गों ने भी इस पहल की सराहना की है और कहा कि यह एकता और भाईचारे का प्रतीक है।
अब यह राहत क्लब न केवल अपने गांव के लिए बल्कि आसपास के अन्य प्रभावित परिवारों के लिए भी मदद जुटाने की कोशिश कर रहा है।
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