मोहाली में हाल ही में शिव सेना हिंद, श्री राम सेना और राष्ट्रीय गऊ रक्षा दल की एक भव्य संयुक्त बैठक आयोजित की गई, जिसमें तीनों संगठनों के वरिष्ठ नेता और प्रमुख पदाधिकारी उपस्थित रहे। इस अवसर पर राष्ट्रीय अध्यक्ष निशांत शर्मा, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिव सेना हिंद, राष्ट्रीय गऊ रक्षा दल के अध्यक्ष डी.डी. राणा, और प्रमुख उद्योगपति राजेश जिंदल विशेष रूप से मौजूद थे। बैठक का उद्देश्य केवल संगठनात्मक समन्वय नहीं, बल्कि गऊ संरक्षण और सनातन संस्कृति की रक्षा के लिए सामूहिक रणनीति तय करना था। इस दौरान उपस्थित नेताओं ने स्पष्ट किया कि देश विरोधी ताकतों और समाज विरोधी तत्वों के खिलाफ तीनों संगठन अब एकजुट होकर निर्णायक कदम उठाएंगे।
बैठक में शामिल युवा और मीडिया प्रतिनिधियों ने भी अपनी सक्रिय भागीदारी दिखाई। खुशप्रीत लाडी, दीपांसु सूद, गगनप्रीत, कमलजीत सिंह कमल और राहुल मनचंदा सहित कई वरिष्ठ युवा नेताओं ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराते हुए इस मिशन को जन-आंदोलन में बदलने का संकल्प व्यक्त किया। निशांत शर्मा ने कहा कि युवाओं की भागीदारी से यह आंदोलन और भी सशक्त होगा, और प्रत्येक स्तर पर गऊ संरक्षण और सनातन संस्कृति की रक्षा के लिए योजनाएँ प्रभावी ढंग से लागू की जाएंगी।
निशांत शर्मा ने बैठक में यह भी स्पष्ट किया कि अब गऊ संरक्षण और देश विरोधी ताकतों के खिलाफ तीनों संगठन मिलकर निर्णायक कार्रवाई करेंगे। उन्होंने कहा कि यह केवल पशु संरक्षण तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि समाज विरोधी और सांप्रदायिक तत्वों के खिलाफ आवाज बुलंद करने का एक संगठित प्रयास होगा। उन्होंने यह भी कहा कि सनातन संस्कृति और धर्म के मूल्यों की रक्षा के लिए अब विभिन्न अभियान पूरे देश में चलाए जाएंगे, ताकि लोगों में जागरूकता और संवेदनशीलता पैदा हो।
तीनों संगठनों ने पंजाब में हिंदू और प्रवासियों के खिलाफ होने वाली साजिशों को पूरी तरह से बर्दाश्त न करने का संदेश दिया। निशांत शर्मा ने कहा कि राज्य में जो भी संगठन या व्यक्ति हिंदू और प्रवासी समुदाय के खिलाफ षड़यंत्र करेगा, उसे गंभीर परिणाम भुगतने होंगे। उन्होंने यह भी कहा कि गऊ माता सहित धर्म और संस्कृति से जुड़े सभी प्रतीकों का अपमान किसी भी हालत में सहन नहीं किया जाएगा।
बैठक में आतंकवाद और हिंदू विरोधी तत्वों के खिलाफ विशेष रणनीति तैयार करने पर भी जोर दिया गया। नेताओं ने स्पष्ट किया कि अब तीनों संगठन मिलकर बड़े पैमाने पर अभियान चलाएंगे, ताकि देश विरोधी ताकतों को डराने और उन्हें रोकने का एक मजबूत संदेश पूरे पंजाब और भारत में जाए। इस रणनीति के अंतर्गत सार्वजनिक जागरूकता, कानूनी कार्रवाई और सक्रिय गश्त जैसी गतिविधियाँ शामिल होंगी।
इस अवसर पर गऊ माता की सुरक्षा और समाज विरोधी तत्वों के खिलाफ आवाज बुलंद करने पर विशेष जोर दिया गया। निशांत शर्मा ने कहा कि गऊ केवल एक पशु नहीं, बल्कि सनातन संस्कृति और धार्मिक प्रतीकों का अभिन्न हिस्सा है। इसलिए इसके संरक्षण के लिए किसी भी स्तर पर कार्रवाई करने से पीछे नहीं हटेंगे। उन्होंने उपस्थित सभी नेताओं और कार्यकर्ताओं से अपील की कि वे इस मिशन में हर संभव योगदान दें।
शिव सेना हिंद ने प्रवासियों के साथ होने वाली अन्यायपूर्ण घटनाओं और शोषण के खिलाफ भी हेल्पलाइन नंबर जारी किया। निशांत शर्मा ने कहा कि प्रवासियों को न्याय और सुरक्षा दिलाना संगठन की प्राथमिकता में शामिल है। उन्होंने यह भी बताया कि अधिकारियों की लापरवाही के मामले में सख्त कार्रवाई की जाएगी और दोषियों को कानून के अनुसार दंडित किया जाएगा।
बैठक में उपस्थित अन्य नेताओं ने भी इस मिशन में सहयोग और समर्थन का संकल्प व्यक्त किया। डी.डी. राणा और राजेश जिंदल ने कहा कि गऊ संरक्षण केवल धार्मिक नहीं बल्कि सामाजिक और सांस्कृतिक जिम्मेदारी भी है। उन्होंने इसे देश के प्रति अपने कर्तव्य के रूप में देखा और सभी संगठनों से इसे लागू करने का आग्रह किया।
तीनों संगठनों ने मिलकर संपूर्ण भारत में गऊ संरक्षण और सनातन संस्कृति के प्रचार-प्रसार के लिए सक्रिय अभियान चलाने का संकल्प लिया। निशांत शर्मा ने कहा कि अब समय आ गया है कि संगठन अपने प्रयासों को देशव्यापी आंदोलन में बदलें और सभी स्तरों पर समाज में जागरूकता फैलाएं।
अंत में, बैठक में यह तय किया गया कि आने वाले समय में सभी संगठनों के नेतृत्व और कार्यकर्ता नियमित रूप से मिलकर रणनीतियों पर चर्चा करेंगे, कार्यक्रमों का आयोजन करेंगे और देश विरोधी ताकतों के खिलाफ एकजुट होकर कार्य करेंगे। यह आंदोलन केवल संगठनात्मक प्रयास नहीं, बल्कि पूरे समाज को जोड़ने और सनातन संस्कृति की रक्षा करने का एक संकल्प बन जाएगा।
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